माता लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी जिस पर खुश हो जाएं उसके जीवन में सुख-समृद्धि की कभी कमी नहीं होती और यदि किसी से रुष्ट हो जाएं तो जीवन में दरिद्रता और कष्टों का सामना करना पड़ता है। शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी आदतें या ऐसे काम हैं जिन्हें करने से माता लक्ष्मी नाराज़ हो जाती हैं और जीवन से धन, दौलत और सौभाग्य चला जाता है। अगर आप जीवन में सुख-समृद्धि चाहते हैं तो आपको ऐसी आदतों और कामों को करने से बचना चाहिए। आज के इस लेख में हम आपको बातएंगे कि ऐसी कौन सी आदतें हैं जिनके कारण माँ लक्ष्मी रुष्ट होती हैं -
कई लोगों की आदत होती है कि वे रात में खाना खाने के बाद जूठे बर्तनों को ऐसे ही रख देते हैं और सुबह उनको धुलते हैं। लेकिन ऐसा करने से आपके घर में दरिद्रता आ सकती है। शास्त्रों के अनुसार इस घर में साफ-सफाई नहीं होती है देवी लक्ष्मी का वास उस घर में नहीं होता है।
शास्त्रों के अनुसार बड़े-बुजुर्गों का आदर सत्कार करने का विशेष महत्व है। लेकिन कई लोग अपने माता-पिता का सम्मान नहीं करते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जो लोग अपने माता-पिता की सेवा नहीं करते हैं माता लक्ष्मी उनसे रुष्ट हो जाती हैं। जिस घर में बड़े-बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता है वहां माता लक्ष्मी वास नहीं करती है।
कई लोगों की आदत होती है कि वे देर तक जागते हैं और सुबह देर से सोकर उठते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस आदत की वजह से माँ लक्ष्मी नाराज़ होती हैं और इस वजह से आपको पैसों की तंगी का सामना करने पड़ सकता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में कभी भी उत्तर दिशा में कूड़ा नहीं रखना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार उत्तर दिशा में माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर का वास होता है। इसलिए इस दिशा में कभी भी कूड़ा कोई भी बेकार सामान नहीं रखना चाहिए। घर में उत्तर दिशा में बेकार सामन रखने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इससे घर में आर्थिक तंगी और दरिद्रता आती है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कभी भी सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू-पोछा नहीं लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सूरज ढलने के बाद घर में झाड़ू लगाने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है और घर छोड़कर चली जाती है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कभी भी चंदन को एक हाथ से नहीं घिसना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार चंदन को एक हाथ से घिसने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और इससे जीवन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही कभी भी चंदन घिसने के बाद सीधे भगवान को नहीं लगाना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चंदन को पहले किसी पात्र में रखने के बाद ही देवी-देवता को लगाना चाहिए।