गुरु ग्रह को बृहस्पति ग्रह माना जाता है। व्यक्ति के जीवन पर इस ग्रह का खास प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को भाग्य, ऐश्वर्य, संतान, विवाह, ज्ञान, धार्मिक कार्य, धन और दान-पुण्य आदि का कारक माना गया है। बता दें कि सूर्य के बाद गुरु ग्रह को सबसे बड़ा ग्रह माना गया है। लेकिन अगर कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति खराब होती है, तो व्यक्ति का जीवन परेशानियों से घिर जाता है। गुरु ग्रह की कमजोर स्थिति अभाग्य का कारण बनती है। जिसके कारण व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक, संतान, वैवाहिक जीवन आदि में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आपको बता दें कि गुरु को सफलता और उदारता का ग्रह भी माना जाता है। इस ग्रह के कमजोर होने से व्यक्ति आलसी बन जाता है और उसको आसानी से किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिलती है। वहीं नौकरी आदि में भी समस्या का सामना करना पड़ता है। हालांकि ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को मजबूत बनाने के कुछ उपायों के बारे में बताया गया है। इस उपायों को करने से आप भी गुरु ग्रह को मजबूत बना सकते हैं।
गुरु को मजबूत बनाने के उपाय
कुंडली में गुरु ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को गुरुवार का व्रत करना चाहिए। इस दिन गुरु बृहस्पति और 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः' मंत्र का 3, 5 या 16 माला जाप करें।
गुरु ग्रह को मजबूत बनाने के लिए गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर स्नान करना चाहिए। साथ ही गुरुवार के दिन पीले रंग का कपड़ा पहनना चाहिए।
इस ग्रह को मजबूत बनाने के लिए पुखराज या उपरत्न सुनेला या सोनल भी धारण किया जा सकता है। यह रत्न गुरु दोष निवारण के लिए काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन ज्योतिष की सलाह पर यह रत्न धारण करें।
गुरुवार के दिन बीज मंत्र ‘ऊँ बृं बृहस्पते नम:’ मंत्र का 108 बार या एक माला जाप करें। इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है।
कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति कमजोर होने पर गुरुवार के दिन व्यक्ति को केले का पौधा लगाकर इसकी सेवा करनी चाहिए।
बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करने से गुरु ग्रह मजबूत होता है। वहीं गरीबों व जरूरतमंदों को पीले रंग की वस्तुएं जैसे पीली दाल, हल्दी, केसर, पीले वस्त्र, पीतल आदि का दान करने से भी गुरु ग्रह अच्छे फल देता है।