किसी भी व्यक्ति के जीवन में ग्रह-नक्षत्र काफी महत्वपूर्ण होते हैं। क्योंकि ग्रह-नक्षत्रों का व्यक्ति के जीवन पर कई तरह से असर पड़ता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत होने से जातक के मजबूत होने पर व्यक्ति को कई तरह से लाभ मिलता है। कुंडली में मंगल ग्रह के मजबूत होने पर व्यक्ति कठिन से कठिन निर्णय भी आसानी से ले लेते हैं। कुंडली में मंगल मजबूत होने पर जातक किसी भी परिस्थिति से घबराते नहीं हैं। वहीं कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत नहीं होता है, तो आपको कुछ उपाय करने चाहिए।
ये होते हैं प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी जातक की कुंडली में पहले, चौथे, सातवें और बारहवें भाव में मंगल विराजमान है। तो इससे व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष का निर्माण होता है। जिसकी वजह से जातक के विवाह होने में समस्याएं आती हैं। वहीं वैवाहिक जीवन में भी परेशानियां बनी रहती हैं। इस दोष के होने से संतान प्राप्ति में भी बाधा आती है।
करें ये खास उपाय
बता दें कि मंगल ग्रह की शांति के लिए मंगलवार का व्रत करना चाहिए और हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।
मंगलवार के दिन हनुमान जी को चमेली और सिंदूर का तेल अर्पित करें।
मंगलवार के दिन लाल वस्त्र, तांबा, लाल चंदन, लाल फूल या मसूर की दाल का दान करने से मंगल के अशुभ प्रभावों में भी कमी आती है।
मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ भगवान कार्तिकेय की पूजा करनी चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मंगल ग्रह का दुष्प्रभाव कम करने के लिए भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए।
मंगल ग्रह की कृपा पाने के लिए मंगल के बीज मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः, ॐ भौं भौमाय नमः और ॐ अं अंगारकाय नमः का जाप करना चाहिए।