ग्रहराज बृहस्पति का गोचर मकर राशि में चल रहा है। गुरु ग्रह मकर राशि में शनिदेव के साथ युति बनाए हुए हैं। लेकिन 6 अप्रैल को ग्रहराज बृहस्पति कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार ग्रह राज बृहस्पति का राशि परिवर्तन 6 अप्रैल (मंगलवार) को होने जा रहा है। गुरु ग्रह 6 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक, कुंडली में बृहस्पति का राशि परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। गुरु का यह गोचर मेष, मिथुन और तुला राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ माना जा रहा है। आइए जानते हैं कि गुरु के कुंभ राशि में गोचर से इन राशि के जातकों पर क्या प्रभाव होगा -
मेष राशि
गुरु का गोचर मेष राशि वालों के लिए बहुत शुभ होने वाला है। मेष राशि के जातकों को गुरु के राशि परिवर्तन से धन और व्यापार के मामले में शुभ फल प्राप्त होंगे। गुरु का गोचर मेष राशि में 11वें भाव में होने जा रहा है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली का 11वां भाव लाभ का भाव माना गया है। इससे भाई-बहन, आय, यश आदि के बारे में जानकारी मिलती है। गुरु के इस गोचर से मेष राशि के जातकों को धन लाभ हो सकता है। इससे मेष राशि वालों को निवेश और व्यापार आदि में शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं।
मिथुन राशि
गुरु का गोचर मिथुन राशि में 9वें भाव में होने जा रहा है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली का 9वां भाव भाग्य का भाव माना गया है और इसका स्वामी गुरु को माना गया है। इसलिए गुरु का राशि परिवर्तन मिथुन राशि के लिए महत्वपूर्ण होने जा रहा है। जन्म कुंडली का नवम भाव धर्म-कर्म का भी भाव होता है। इससे उच्च शिक्षा और शुभ कार्यों का फल ज्ञात किया जा सकता है। गुरु के इस गोचर से आप धर्म-कर्म के कामों में बढ़चढ़ कर भाग लेंगे। इसके साथ ही गुरु के राशि परिवर्तन से मिथुन राशि वालों के लिए विदेश यात्रा और धार्मिक यात्राओं का भी योग बन सकता है। विद्यार्थियों के लिए भी गुरु का गोचर शुभ फल देने वाला होगा।
तुला राशि
गुरु का राशि परिवर्तन तुला राशि में पंचम भाव में होने जा रहा है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली का पंचम भाव प्रेम और शिक्षा का भाव माना गया है। गुरु का इस भाव में प्रवेश करना तुला राशि के जातकों के लिए शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र में बहुत ही शुभ फल प्रदान वाला होगा। विधार्थियों को परिश्रम का अच्छा फल मिलेगा। वहीं, व्यापारी जातकों को भी गुरु के गोचर से शुभ फल प्राप्त होंगे। लेकिन धैर्य रखने की जरूरत है, जल्दबाजी में काम करने से हानि हो सकती है।