ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के जीवन में ग्रहों की स्थिति का विशेष महत्व होता है। कुंडली में स्थित ग्रहों को मजबूत करना बेहद जरूरी होता है। क्योंकि यदि जातक की कुंडली में कोई दोष है, तो उसको अपने जीवन में कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। बता दें कि यदि कुंडली के चतुर्थ भाव में मंगल अशुभ हो तो जातक को मंगल संबंधित दोष का सामना करना पड़ता है।
साल 2024 शनि का साल है। वहीं जिस जातक की कुंडली में शनि दोष होता है। उसको रोजाना शनिवार के दिन शनिदेव की विधिवत पूजा-अर्चना करना चाहिए। कुंडली में शनि और शुक्र दोष होने पर शहद के कुछ उपाय किए जा सकते हैं। जिनको करने से जातक को लाभ मिलेगा।
शनि और शुक्र दोष का उपाय
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनिदोष है, तो शनिवार के दिन उस जातक को शहद का दान करना चाहिए। इससे जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इससे जातक पर शनिदेव की कृपादृष्टि बनी रहती है। इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन में होने वाली परेशानियां दूर हो सकती हैं।
अगर किसी जातक की कुंडली में शुक्र दोष है, तो उसे शुक्रवार के दिन मिट्टी के बर्तन में शहद रखना चाहिए। उस बर्तन में शहद इस तरह से रखें कि किसी अन्य व्यक्ति की उस पर नजर न पड़े। फिर अगले शुक्रवार को यह शहद का पात्र किसी ब्राह्मण को दान कर दें। इस उपाय को करने से शुक्रदोष से छुटकारा मिलता है और आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलता है।
शनिदोष से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन जातक ब्रह्म मुहूर्त में शनि मंदिर जाकर पीपल के पेड़ में शहद चढ़ाएं। फिर विधि-विधान से शनिदेव की पूजा-अर्चना करें। इसके बाद नवग्रहों की परिक्रमा करें। इससे व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति में सुधार आएगा और व्यक्ति को शुभ परिणाम मिल सकते हैं।