जल्दी ही सावन का महीना शुरू होने वाला है। सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बेहद खास माना जाता है, क्योंकि यह महीना भगवान शिव को अतिप्रिय होता है। इस महीने भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसके अलावा सावन के सोमवार व्रत भी किए जाते हैं। सोमवार का व्रत करने वाले जातक की भगवान शिव सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी करते हैं।
इसके अलावा सोमवार को चंद्रमा की भी पूजा की जाती है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन और माता का कारक माना जाता है। यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, तो सोमवार के दिन चंद्रमा की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। कुंडली में चंद्रमा के मजबूत होने से सभी कार्यों में सफलता मिलती है और मानसिक शांति मिलती है।
कुंडली में ऐसे मजबूत करें चंद्रमा
कुंडली में चंद्रमा के मजबूत होने से मन हमेशा प्रसन्नचित रहता है। वहीं कुंडली में चंद्रमा के कमजोर होने से मन अशांत रहता है और व्यक्ति कोई भी फैसला लेने में असमर्थ रहता है। व्यक्ति के बने काम बिगड़ने लगते हैं। चंद्रमा को मजबूत करने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए। तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने के लिए सोमवार के दिन भगवान शिव का कच्चे दूध से अभिषेक करना करना चाहिए। इस उपाय को करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और चंद्रमा मजबूत होता है। वहीं बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं।
सोमवार के दिन कच्चे चावल और दूध का दान करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। इसलिए सोमवार के दिन यथासंभव पूरी श्रद्धा के साथ गरीबों और जरूरतमंदों को चावल औऱ दूध का दान करना चाहिए।
मानसिक तनाव से निजात पाने के लिए पानी की बर्बादी नहीं करनी चाहिए। वहीं उचित मात्रा में पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि पानी बर्बाद करने से चंद्रमा की स्थिति कमजोर होती है।
वहीं वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के मंदिर में मोर पंख रखने से कुंडली में चंद्रमा की स्थित मजबूत होती है। साथ ही इस उपाय को करने से वास्तु दोष दूर होता है।
कुंडली में कमजोर चंद्रमा का असर माता के स्वास्थ्य पर पड़ता है। चंद्रमा का मां का प्रतीक माना जाता है। इसलिए कुंडली में चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए माता की सेवा करनी चाहिए और उनकी आज्ञा का पालन करें।