सनातन धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। इसी तरह रविवार का दिन भगवान सूर्य देव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान सूर्य देव की पूजा-अर्चना की जाती है। जो भी जातक रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना करता है, उसको निरोगी काया, सुख-समृद्धि और स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है। अगर आप रविवार को कुछ विशेष उपाय करते हैं, तो व्यक्ति को सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि अलग-अलग समस्याओं के समाधान के लिए रविवार के दिन कौन से उपायों को करना चाहिए।
रविवार के उपाय
अगर आप बिजनेस की गति को बढ़ाना चाहते हैं, या अपने बिजनेस की नींव को ज्यादा मजबूत करना चाहते हैं। तो रविवार के दिन मिट्टी के खाली घड़े में काजल का टीका लगाएं। फिर उस खाली घड़े पर ढक्कन लगाकर बहते जल में प्रवाहित कर दें।
यदि किसी व्यक्ति के पिता के साथ रिश्ते अच्छे नहीं हैं, तो रविवार के दिन 'ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:' का 51 बार जाप करना चाहिए।
अगर आप अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से बिना किसी परेशानी के निभाना चाहते हैं, तो आपको रविवार के दिन 'ऊँ नमो भगवते नारायणाय' मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जप करने के बाद जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु को पीले रंग के पुष्प अर्पित करने चाहिए।
यदि आप अच्छी सेहत के साथ लंबी आयु पाना चाहते हैं, तो रविवार के दिन सूर्य देव के 'ऊँ घृणिः सूर्याय नमः' मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए।
यदि किसी व्यक्ति के ऑफिस में पैसों को लेकर स्थितियां ठीक नहीं चल रही है। तो उन परिस्थितियों को सही करने के लिए रविवार के दिन पंसारी की दुकान से नागकेसर का फूल आएं। फिर इस फूल को मंदिर में स्थापित करें। अब विधि-विधान से उसकी पूजा करें। पूजा के बाद पूरा दिन उस फूल को मंदिर में रखा रहने दें। फिर अगले दिन सुबह स्नान आदि कर फूल को मंदिर से उठाकर अपने ऑफिस के कैश बॉक्स में रख लें।
अगर आप किसी मनपसंद जगह अपना ट्रांसफर करवाना चाहते हैं, तो रविवार के दिन बाजरे के दाने मिला हुआ जल सूर्यदेव को अर्पित करना चाहिए। इस दौरान 'ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:' मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए।
जो भी जातक लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ना चाहते हैं, तो रविवार के जिन आम के पेड़ को प्रणाम करना चाहिए और इस पेड़ की जड़ में जल अर्पित करना चाहिए। यदि आपको आम का पेड़ न मिले तो इस पेड़ के फल यानी की आम को प्रणाम करना चाहिए।