ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को सभी ग्रहों का सेनापति माना जाता है। मंगल को शक्ति, ऊर्जा, आत्मविश्वास और पराक्रम का स्वामी माना गया है। यदि मंगल शुभ हो तो जीवन में हर सुख-सुविधा मिलती है, लेकिन यदि मंगल कमज़ोर हो तो जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुंडली में मंगल की स्थिति जीवन के सभी पहलुओं को विशेष रूप से प्रभावित करती है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि जातक की कुंडली में मंगल 1, 4, 7, 8 या 12वें स्थान पर हो तो इसे मंगल दोष कहा जाता है। यदि किसी की कुंडली में मंगल अशुभ हो जाए तो इंसान के ऊपर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अशुभ मंगल को शुभकारी बनाने के कई उपाय गए हैं। आज के इस लेख में हम आपको मगंल को शुभकारी बनाने के उपाय बताने जा रहे हैं -
यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल कमज़ोर हो तो किसी भी मंगलवार को नारंगी रंग का एक तिकोना ध्वज लें और इस पर लाल रंग से राम लिखें। इसके बाद किसी हनुमान मंदिर में जाकर पूजा करें और यह ध्वज चढ़ाएं। ऐसा करने से आपकी संपत्ति संबंधी समस्याएं हल होंगी।
यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष हो और शादी में बाधा आ रही हो तो हर मंगलवार उपवास रखें। शाम के समय हनुमान जी के मंदिर में सिन्दूर और लाल वस्त्र अर्पित करें और इसके बाद सुन्दरकाण्ड का पाठ करें। ध्यान दें कि इस दिन नमक का सेवन ना करें। ऐसा करने से शादी संबंधी बाधाएँ दूर होंगी और जल्दी शादी का योग बनेगा।
यदि किसी जातक का मंगल अशुभ होने के कारण मुक़दमेबाजी या विवाद के योग हों तो यह उपाय करें। रोज सुबह स्नान करके सूर्य को जल अर्पित करें। इसके बाद सूर्य के सामने खड़े होकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। सात्विक आहार ग्रहण करें और ज़मीन पर सोएं। यह उपाय आपको 27 दिनों तक करना है। ऐसा करने से विवाद और मुकदमेबाजी के योग समाप्त होते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि कुंडली में मंगल और राहु एक साथ हों तो अंगारक योग बनता है। इस योग के होने पर किसी बड़ी दुर्घटना और रक्त संबंधी गंभीर समस्या होने का खतरा रहता है। यदि कुंडली में यह योग बन रहा हो तो इससे पारिवारिक संबंध भी काफी ख़राब होते हैं। इसके लिए हर मंगलवार का उपवास रखें और कार्तिकेय जी की उपासना करें
यदि कुंडली में आक्रामक मंगल कमजोर हो तो लाल मूंगा पहनें। जिस जातक की कुंडली में रक्षात्मक मंगल कमजोर होता है उसे सफ़ेद मूंगा धारण करना चाहिए। यदि किसी की कुंडली में रक्षात्मक और आक्रामक दोनों मंगल कमजोर हो तो नारंगी मूंगा पहनना लाभकारी होता है।